भारतीय संचार माध्यमों के अनुसार पुलिस के कई किसानों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा।
इस घटना के कई वीडियो वायरल हो रहे हैं जिसमें पुलिस किसानों पर लाठी बरसाते दिख रही है। लाठीचार्ज के चलते कई किसान बुरी तरह से घायल हो गए। पुलिस के लाठी चार्च में बहुत से किसानों के सिर फूट गए। किसान संगठनों ने लाठीचार्ज का विरोध किया है।
बताया यह भी जा रहा है कि ड्यूटी मजिस्ट्रेट आयुष सिन्हा ने पुलिस बल को आदेश दिया था कि उल्लंघन करने वालों के सिर तोड़ दिये जाएं तथा उनपर जमकर लाठी बरसाई जाए। यह किसान शनिवार को हरियाणा के करनाल के बस्तारा टोल प्लाजा पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। कई किसानों को घेरकर बहुत बुरी तरह से पीटा गया।
किसान नेताओं ने इसे खूनी लाठीचार्ज बताया है। भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि पुलिस ने किसानों पर बहुत ही बेरहमी से लाठीचार्ज किया जिसका हम विरोध करते हैं। लाठीचार्ज के विरोध में किसानों ने अन्य जगहों के रास्तों को ब्लॉक करना शुरू कर दिया है।
कांग्रेस ने हरियाणा में किसानों पर लाठी-चार्ज की घटना की निंदा करते हुए शनिवार को कहा कि इस घटना ने ‘जनरल डायर’ की याद दिला दी और किसानों पर पड़ी लाठी भाजपा सरकार के ताबूत में कील साबित होगी। कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘‘फिर ख़ून बहाया है किसान का, शर्म से सर झुका हिंदुस्तान का।
उधर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने फेसबुक पोस्ट में कहा, ‘‘किसान मेहनत करके खेतों में लहलहाती हुई फसल देते हैं। भाजपा सरकार अपना हक मांगने पर उन्हें लाठी से लहूलुहान करती है। किसानों पर पड़ी एक-एक लाठी भाजपा सरकार के ताबूत में कील का काम करेगी।